दोस्तों हर यक्ति का कोई ना कोई सपना जरूर होता है की वो अपने जीवन में एक अच्छा डॉक्टर बने, इंजीनियर बने, या फिर पुलिस या जज बने लेकिन हर सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती है तभी आप अपने सपने को पूरा कर सकते है। आज हम आपको इस आर्टिकल में जज कैसे बने? इसके बारे में बताने जा रहे है। आपको बता दे भारत में सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश की नियुक्ति राष्ट्रपति के द्वारा होती है और राज्यों में न्यायाधीशो की नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा होती है। भारत में न्यायपालिका को सबसे ऊपर रखा जाता है। सरकार द्वारा बनाए गए कानून अगर संविधान के विरुद्ध होते है तो न्यायपालिका उस कानून को निरस्त भी कर सकती है।
जज कैसे बने? (JUDGE KAISE BANE)
अगर आप जज बनना चाहते है तो आप 12 क्लास पास करने के बाद (CLAT) COMMON LAW ADMISSION TEST दे सकते है। इस परीक्षा को पास करने के बाद आपको पांच साल का कोर्स करना पड़ता है जिसके बाद आपको बीए एलएलबी की डिग्री प्राप्त होती है और अगर आपने ग्रेजुएशन किया हुआ है तो आप तीन साल का एलएलबी का कोर्स भी कर सकते है। डिग्री मिलने के बाद आपको सात साल तक जिला स्तर के वकील के रूप में काम करना पड़ेगा इसके बाद आप जज बनने की परीक्षा दे सकते है।
जज बनने की योग्यता? (Judge Eligibility)
- उमीदवार को भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।
- जज बनने के लिए छात्र को 12 क्लास पास करना जरूरी है।
- उमीदवार के पास एलएलबी की डिग्री की होना जरूरी है।
- उमीदवार को 7 साल तक वकील के रूप में काम करना जरूरी है।
- जज बनने के लिए आपकी न्यूनतम आयु 21 साल और अधिकतम आयु 35 साल होना चाहिए।
जज बनने के लिए एग्जाम पैटर्न?
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam Pattern)
- मुख्य परीक्षा (Main Exam Pattern)
- साक्षात्कार(Interview)
1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam Pattern)
पेपर | सब्जेक्ट | अंक | समय |
पेपर 1 | सामान्य ज्ञान | 150 | 2 घंटे |
पेपर 2 | लॉ | 300 | 2 घंटे |
2. मुख्य परीक्षा (Main Exam Pattern)
पेपर | सब्जेक्ट | अंक | समय |
पेपर 1 | general knowledge | 150 | 3 घंटे |
पेपर 2 | Language | 200 | 3 घंटे |
पेपर 3 | LAW I (SUBSTANTIVE LAW) | 200 | 3 घंटे |
पेपर 4 | LAW – II (PROCEDURE AND EVIDENCE) | 200 | 3 घंटे |
पेपर 5 | LAW – III (PENAL, REVENUE AND LOCAL LAWS) | 200 | 3 घंटे |
3. साक्षात्कार (Interview)
प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा पास करने के बाद आपको इंटरव्यू देना होता है। ये इंटरव्यू 100 अंक का होता है। इंटरव्यू पास करने के बाद आपका चयन न्यायधीश के पद के लिए हो जाता है।
जज की सैलरी? (Judge Salary)
जज की सैलरी पदों के हिसाब से अलग-अलग होती है जैसी जूनियर सिविल न्यायधीश की सैलरी 45 हजार रूपए महीना होती है और हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में जज की सैलरी 1 लाख रूपए से लेकर 2.5 लाख रूपए तक हो सकती है।
आशा करते है आपको इस आर्टिकल में जज कैसे बने? इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। अगर आप भी जज बनना चाहते है तो आपको एलएलबी की डिग्री प्राप्त करनी होगी और आपको जिला स्तर के वकील के रूप में काम करना पड़ेगा इसके बाद आप जज बनने की परीक्षा दे सकते है। दोस्तों अगर आपको हमारा आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने सोशल मीडिया पर शेयर करे।
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