RSS Full Form in Hindi : भारत में आपको हर समाज के संगठन देखने को मिल जायेंगे जो अपनी समाज की संस्कृति और विचारों को बनाए रखने का काम करते है। ऐसे ही एक संगठन आरएसएस भी है जो एक हिंदू राष्ट्रवादी संगठन है। आरएसएस भी हिन्दुओं की संस्कृति और विचारों को बनाए रखने का काम करता है। आरएसएस संगठन पूरे देश में हिंदुत्व की विचारधारा का प्रचार प्रसार करता है। आपने भी टीवी और अखबारों में आरएसएस संगठन के बारे में जरूर पढ़ा और देखा होगा। आरएसएस सनातन की संस्कृति और विचारों को बनाये रखने का काम करता है। दोस्तों आज हम आपको आरएसएस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे है जैसे आरएसएस (What is RSS in Hindi) क्या है? आरएसएस का फुल फॉर्म क्या है? आरएसएस की स्थापना? RSS Join कैसे करें? RSS के कार्य? आरएसएस का इतिहास? आदि।
RSS Full Form in Hindi
RSS का फुल फॉर्म “Rashtriya Swayamsevak Sangh” होता है। इसे हिंदी में “राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ” कहते है। आरएसएस एक हिन्दू राष्ट्रवादी संगठन है। आरएसएस हिंदुत्व के हितो के लिए काम करता है। आरएसएस का मुख्य उद्देश्य हिन्दू धर्म को बढ़ावा देना है। RSS संगठन का गठन 27 सितम्बर साल 1925 को केशव बलिराम हेडदेवार के द्वारा किया गया था। RSS का मुख्यालय महाराष्ट्र में स्थित है।
आरएसएस क्या है? (rss kya hai)
आरएसएस एक हिंदू राष्ट्रवादी संगठन है जो मुख्य रूप से हिन्दू संस्कृति और विचार धारा के प्रचार का काम करता है। आरएसएस संगठन से आज के समय में करोड़ों लोग जुड़े हुए है जो आरएसएस के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हैं। आरएसएस को भारतीय जनता पार्टी का पैतृक संगठन माना जाता है। आरएसएस सनातन धर्म के बारे में लोगों को बताना और उन्हें जोड़ने का काम करता है।
आरएसएस की स्थापना? (rss ki sthapna)
27 सितंबर 1925 को आरएसएस की स्थापना की गई थी। आरएसएस की स्थापना डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार” द्वारा विजयदशमी के दिन की गई थी। आपको बता दे इस समय आरएसएस दुनिया के 40 से अधिक देशों में कार्य कर रहा है। पूरे देश में 56 हजार 569 शाखाएं है। पूरे देश में रोज़ लाखो लोग नियमित रूप शाखाओं में आते हैं। आरएसएस का मुख्यालय महाराष्ट्र में स्थित है।
आरएसएस ज्वाइन कैसे करें? (how to join rss)
आरएसएस को आप किसी भी उम्र में ज्वाइन कर सकते है इसके लिए आपको किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना पड़ता है। आप किसी भी नजदीकी शाखा में जाकर आरएसएस को ज्वाइन कर सकते है। इसके साथ ही आरएसएस की एक ऑफिसियल वेबसाइट भी है। इस वेबसाइट में आपको अपनी कुछ डिटेल्स एंटर करनी होगी इसके कुछ दिन बाद आपको एक मैसेज आएगा। इस प्रकार आप आरएसएस के सदस्य बन सकते है इसके लिए आपको कोई फीस नहीं देनी पड़ती है।
RSS के कार्य? (rss work)
- RSS का काम हिन्दू संस्कृति को बनाए रखना है।
- आरएसएस का काम हिन्दू संस्कृति और विचार धारा का प्रचार करना होता है।
- आरएसएस का काम सनातन धर्म के प्रति लोगों को जागरूककरना होता है।
- RSS का आपदाओं की स्थिति में पीड़ितों की मदद करता है।
आरएसएस का इतिहास? (RSS History in Hindi)
आरएसएस की स्थापना 27 सितम्बर 1925 को डॉ केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा की गई थी। आरएसएस की जब शुरूआत हुई थी तब इस संगठन में केवल 17 लोग शामिल थे लेकिन इस समय इस संगठन में लाखो लोग शामिल है। आरएसएस का मुख्यालय महाराष्ट्र में स्तिथ है। आज आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत है। 17 अप्रैल साल 1926 को डॉ हेडगेवार ने एक बैठक रखी और इस बैठक का मुख्य उद्देश्य संघ का नामकरण करना था। इसके लिए तीन नाम का सुझाव दिया गया बाद में विचार विमर्श करने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नाम रख दिया गया। आज आरएसएस के साथ बहुत से दूसरे संगठन जुड़े हुए है जैसे भारतीय जनता पार्टी, बजरंग दल, हिन्दू जागरण मंच, भारतीय किसान संघ, हिन्दू स्वयंसेवक संघ, राष्ट्र सेविका समिति, अखिल भारतीय विश्व परिषद, विद्या भारती, सरस्वती शिशु मंदिर, वनवासी कल्याण आश्रम, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, राष्ट्रीय सिख संगत, विश्व संवाद केंद्र, स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती, विवेकानंद केंद्र, भारतीय मजदूर संघ, सेवा भारती, विश्व हिन्दू परिषद आदि।
आरएसएस से जुड़ने के फायदे (rss join benefits)
- आरएसएस से जुड़ने से आप प्राकृतिक आपदाओं में लोगों की मदद कर सकते है।
- रोजाना शाखा जाने पर आपका शारीर स्वस्थ रहेगा।
- आरएसएस से जुड़ने आप में राष्ट्रवादी और देश भक्ति की भावना जागृत होती है।
- आरएसएस से जुड़ने से आपके नए लोगों से दोस्ती होती है।
RSS से बनने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न -FAQs
भारत में आरएसएस के 50 हजार से भी कहीं ज्यादा शाखाएं है।
वर्त्तमान समय में आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत है।
आरएसएस का मुख्यालय महाराष्ट्र में स्तिथ है।
उम्मीद करते है आपको इस आर्टिकल में RSS Full Form in Hindi के बारे में जानकारी मिल गई होगी। आपको बता दे आप फ्री में आरएसएस (rss full form hindi) को ज्वाइन कर सकते है और देश की सेवा कर सकते है। अगर आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो आप इसे सोशल मीडिया पर शेयर करे।
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