Months Name in Sanskrit : दोस्तों एक साल में 12 महीने होते है। आप इन सभी महीनों को इंग्लिश और हिंदी में क्या बोलते है ये तो जानते होंगे लेकिन क्या आप इन महीनों को संस्कृत भाषा में क्या कहते है इसके बारे में जानकारी है। वैसे आपको बता दे संस्कृत भाषा हमारी प्राचीन भाषा है। हमारे देश के दो महाकाव्य रामायण और महाभारत भी संस्कृत भाषा में ही लिखे गए है। आपको संस्कृत भाषा का ज्ञान जरूर होना चाहिए क्योकि महीनों के नाम संस्कृत में ये सवाल कॉम्पिटिटिव एग्जाम में भी पूछा जाता है। दोस्तों आज हम आपको सभी महीनों को संस्कृत भाषा में क्या बोलते है इसके बारे में बताने जा रहे है जिससे आपको कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी में हेल्प मिलेगी।
Months Name in Sanskrit
हम आपको सभी महीनों को संस्कृत (mahino ke naam sanskrit mein) में क्या बोलते है इसके बारे में बता रहे है। आप नीचे देख सकते है।
S.No | 12 महीनों के नाम संस्कृत में |
1. | चैत्रः (Chaitraḥ) |
2. | वैशाखः (Vaisakha) |
3. | ज्येष्ठः (Jyestha) |
4. | आषाढः (Asadhah) |
5. | श्रावणः (Savannah) |
6. | भाद्रपदः (Bhadrapada) |
7. | आश्विनः (Asvinah) |
8. | कार्तिकः (Kartikah) |
9. | मार्गशीर्षः (Margashirsha) |
10. | पौषः (Pausah) |
11. | माघः (Maghah) |
12. | फाल्गुनः (Phalgunah) |
1. चैत्रः मास: – संस्कृत कैलेंडर में पहला महीना चैत्रः मास: का होता है। इस महीने से नए साल की शुरूआत होती है। अगर हिंदी कैलेंडर की बात की जाए तो हिंदी कैलेंडर में भी पहला महीना चैत्र से शुरू होता है इसे चैत भी कहा जाता है। इंग्लिश कैलेंडर में पहला महीना जनवरी से शुरू होता है।
2. वैशाखः मास: – संस्कृत कैलेंडर में दूसरा महीना वैशाखः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर के अनुसार वैशाख या बैसाख का महीना कहा जाता है।
3. ज्येष्ठः मास: – संस्कृत कैलेंडर में तीसरा महीना ज्येष्ठः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में तीसरे महीने को जेष्ठ या जेठ का महीना कहा जाता है।
4. आषाढः मास: – संस्कृत कैलेंडर में चौथा महीना आषाढः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में चौथा महीने को आषाढ़ या आसाढ़ का महीना कहा जाता है।
5. श्रावणः मास: – संस्कृत कैलेंडर का पांचवा महीना श्रावणः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में पांचवें महीने को श्रावण या सावन का महीना कहा जाता है।
6. भाद्रपदः मास: – संस्कृत कैलेंडर का छठा महीना भाद्रपदः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में छठे महीने को भाद्रपद या भादो का महिना कहा जाता है।
7. आश्विनः मास: – संस्कृत कैलेंडर का सातवां महीना आश्विनः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में सातवें महीने को आश्विन या आसिन का महिना कहा जाता है।
8. कार्तिकः मास: – संस्कृत कैलेंडर का आठवा महीना कार्तिकः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में आठवें महीने को कार्तिक या कातिक का महिना कहा जाता है।
9. मार्गशीर्षः मास: – संस्कृत कैलेंडर का नोवा महीना मार्गशीर्षः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में नौवें महीने को अगहन का महिना कहा जाता है।
10. पौषः मास: – संस्कृत कैलेंडर का दसवां महीना पौषः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में दसवें महीने को पूस का महिना कहा जाता है।
11. माघः मास: – संस्कृत कैलेंडर का ग्यारहवां महीना माघः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में ग्यारहवें महीने को माघ का महिना कहा जाता है।
12. फाल्गुनः मास: – संस्कृत कैलेंडर का बारवा महीना फाल्गुनः मास: का होता है। हिंदी कैलेंडर में बारवे महीने को फागुन का महिना कहा जाता है।
12 महीनों के नाम संस्कृत में क्या कहते है? सम्बंधित FAQ
महीने को संस्कृत में मास: कहते हैं।
साल में 12 महीने होते हैं।
अब आपको इस आर्टिकल में Months Name in Sanskrit के बारे में पता चल गया होगा। अगर आप कोई सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है तो ये आर्टिकल आपके लिए हेल्पफुल होगा। अगर आपको इस आर्टिकल से रिलेटेड कुछ और जानकारी चाहिए तो हमें कमेंट करके पूछ सकते है।
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