Tarot Card Reading In Hindi  |  टैरो कार्ड रीडिंग क्या है?

Tarot Card Reading In Hindi

आइये जानते है Tarot Card Reading In Hindi क्या है? प्राचीन समय से ही लोग अपने भविष्य के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते थे की उनके जीवन में क्या घटना या समस्या घटित होने वाली है। आपने भी कभी ना कभी अपना भविष्य जानने के लिए ज्योतिष विधाओं का इस्तेमाल किया होगा। अगर हम भविष्यवाणी की बात करे और टैरो कार्ड का नाम नहीं आए ऐसा हो नहीं सकता है। टैरो कार्ड की सहायता से हम अपने भविष्य में क्या होने वाला है। इसके बारे में आसानी से जान सकते है।

टैरो शब्द की उत्पत्ति रहस्यमय है। टैरो केवल शब्द नहीं, भविष्य और जीवन है। वही कुछ लोगो का मानना है की ‘टैरो’शब्द ‘टैरोटी’ से आया है। इसका मतलब कार्ड्स के पीछे दिखने वाली क्रॉस लाइन से होता है। टैरो कार्ड में कुल 78 कार्ड्स होते है जिन्हे दो भागो में बांटा गया है। पहला मेजर आर्काना और दूसरा माइनर आर्काना है। आर्काना शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के ‘आर्कान्स से हुई है। जिसका मतलब है रहस्यमय व्यक्तिगत विकास होता है। आज हम आपको टैरो कार्ड क्या होता है? टैरो कार्ड रीडिंग का इतिहास, टैरोट कार्ड रीडिंग कैसे कराएं? टैरो रीडिंग में क्या नहीं पूछना चाहिए? इसकी जानकारी जाने देने जा रहे है। आइये जानते है Tarot Card Reading In Hindi क्या है?

Tarot Card Reading In Hindi

टैरो कार्ड क्या होता है (tarot card reading free)

टैरो कार्ड्स कुल 78 कार्ड्स का समूह होता है। इन सभी टैरो कार्ड के दोनों ओर कुछ चित्र जैसे कई रंग, वायु, आकाश, अंक, पृथ्वी, जल, अग्नि, और हवा जैसे चित्र कार्ड में बने होते है। इन कार्ड के दवारा पारिवारिक जवाब, प्यार मोहब्बत, जीवन-मरण, रोज की जिंदगी के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है। इन्हीं के आधार पर टैरो कार्ड रीडर लोगों की भविष्य की व्याख्या करते हैं। टैरो कार्ड में अपना भविष्य जानने के लिए आपको तीन कार्ड चुनने होते है। इन कार्डो पर जो बाते लिखी होती है। उन्ही के आधार पर टैरो कार्ड रीडिंग करके प्रश्नो का जवाब देता है ओर भविष्य के बारे में बताता है।

टैरो कार्ड रीडिंग का इतिहास (tarot card reading hindi)

टैरो कार्ड रीडिंग अपने शुरुआती वर्षों में ज्यादा प्रचलित नहीं था। लेकिन 18वीं शताब्दी में यह इंग्लैड व फ्रांस तक पहुंच गया और अत्यधिक प्रसिद्ध भी हो गया। सबसे पहले इसे इटली में प्रयोग किया गया था और आज पुरे विश्व में प्रसिद्ध है। टैरो कार्ड रीडिंग से जुड़ी रोचक बात ये है की इसे सबसे पहले मनोरंजन के साधन के रूप में प्रयोग किया गया था। लेकिन अब यहा भविष्यवाणी के रूप में प्रसिद्ध है।

टैरोट कार्ड रीडिंग कैसे कराएं

टैरोट कार्ड रीडिंग एक ज्योतिष विद्या है। जिससे हम अपने व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर सकते है। या अपने भविष्य के बारे में जान सकते है। अगर आप टैरोट कार्ड रीडिंग से अपने भविष्य की जानकारी लेने जा रहे है। तो आपको कुछ विशेष बातो का ध्यान रखना चाहिए। जो इस  प्रकार है

  • आपको ये पता होना चाहिए की आपको टैरोट कार्ड रीडिंग में आप किन प्रश्नो का जवाब पूछना चाहते है।
  • प्रश्न को  रिपीट करने के बाद आप एक-एक करके तीन कार्डो का चयन करे। 
  • पहला कार्ड ये बातयेगा की प्रश्न पूछते समय आपकी मानसिक स्थिति क्या थी।
  • दूसरा कार्ड हमेशा यह दर्शाएगा कि आप अपनी समस्याओं से उबरने या अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए क्या कर सकते हैं।
  • अंतिम कार्ड आपको आपकी टैरोट कार्ड रीडिंग का पूर्णतः हल बताएगा।

टैरो रीडिंग में क्या नहीं पूछना चाहिए?

टैरो कार्ड रीडिंग में कुछ ऐसे प्रश्न होते है। जिन्हे हमे नहीं पूछना चाहिए। जो इस प्रकार है

  • मेरे जीवनसाथी का नाम क्या है? 
  • क्या मैं लॉटरी जीतूंगा?
  • क्या मैं गर्भवती हूं?
  • क्या मुझे नौकरी करनी चाहिए?
  • क्या मैं कोर्ट केस जीतूंगा?
  • किस तारीख को मेरी शादी होगी?
  • क्या मेरी पत्नी को कैंसर से छुटकारा मिल जाएगा?
  • कोई प्रत्यक्ष चिकित्सा संबंधी सवाल।
  • अलौकिक शक्तियों के बारे में सवाल।

तो अब आप जान गए होंगे कि Tarot Card Reading In Hindi क्या है? हमने आपको टैरो कार्ड क्या होता है? टैरो कार्ड रीडिंग का इतिहास? टैरोट कार्ड रीडिंग कैसे कराएं? टैरो रीडिंग में क्या नहीं पूछना चाहिए? इसके बारे में जानकरी दी है। उम्मीद है की आपको इस आर्टिकल में सारी जानकारी मिल गई होगी।

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FAQ Tarot Card Reading in Hindi

टैरो कार्ड रीडिंग का क्या है?

टैरो कार्ड रीडिंग एक माध्यम है जिसमें टैरो कार्ड की सहायता से कोई भी व्यक्ति अपने भूत भविष्य एवं वर्तमान के विषय में जान सकता है।

क्या आप अपने टैरो कार्ड स्वयं पढ़ सकते हैं?

टैरो कार्ड पढ़ना बहुत आसान लगता है मगर वास्तव में यह बहुत कठिन है। यदि आप अपना कार्ड स्वयं पढ़तें है तो शायद आप सही से उसका अनुमान न लगा पाएं और साथ ही उसके वास्तव अर्थ को समझ ना सके।

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Aditi Jain
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